स्थापना दिवस और वार्षिक उत्सव में ताल पंचम सवारी में तबला वादन और हारमोनियम की जुगलबंदी से गदगद हुए श्रोता
उदयपुर 23 जून। गुलाब बाग आरएमवी रोड स्थित शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में अग्रणी अर्बुदा कला मंदिर संगीत प्रशिक्षण संस्थान ने रविवार को 12वां स्थापना दिवस एवं वार्षिक उत्सव का आयोजन शहर के बीचो-बीच स्थित हरियाली रेस्टोरेंट में किया।
इस अवसर पर शहर के जाने-माने तबला वादक ओम कुमावत और उनके शिष्यों विहान भंसाली, विहान वर्डिया, विशेष नागदा, रुचिर मंडावरिया और ऋतिक कुमावत ने ताल पंचम सवारी, रूपक ताल, तीन ताल में तबला वादन की जुगलबंदी प्रस्तुति की तो उपस्थित संगीत श्रोता झूम उठे। इनके साथ लहरे पर संगत मुख्य अतिथि एवं मुख्य कलाकार ओम कुमावत ने की। अध्यक्षता शास्त्रीय गायक महेंद्र कुमार वर्मा ने की। विशिष्ट अतिथि तबला वादक अखिलेश शर्मा थे।
संस्थान की कोरियोग्राफर निकिता अग्रवाल ने बताया कि वार्षिक उत्सव एवं स्थापना दिवस के भव्य समारोह में संस्थान की ओर से स्टूडेंट ऑफ द ईयर का पुरस्कार छात्र प्रभात गरासिया, नन्हे कलाकार पुरस्कार तक्ष बाली अनुशासन देव कुमावत, स्वच्छता वंशिका कुमावत वरिष्ठ नागरिक, रोहित कुमार शर्मा, सेवा प्रदाता, प्रोफेसर महेंद्र सिंह ढाका सर्वाधिक उपस्थिति पुरस्कार अंबालाल साहू नैणावा और सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति का पुरस्कार सौम्या जैन को प्रदान किया गया। संस्थान के निदेशक विवेक अग्रवाल ने बताया कि इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत हरे कृष्ण महामंत्र और संस्थान परिचय से हुई। तत्पश्चात वीनू वैष्णव ने ईश वंदना मीठे रस से भरी रे, सरस्वती वंदना अराध्या वैष्णव हे शारदे मां ,स्वागत गीत हरमेश जैन, स्वागत नृत्य मनाली पुरबिया और निकिता अग्रवाल ने प्रस्तुत किया।
समारोह में अंतर कक्षा संगीत प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमे बांसुरी वादन पर वंदे मातरम देव कुमावत माउथ ऑर्गन पर हम होंगे कामयाब धैर्य बठीजा, हारमोनियम पर श्री राम स्तुति प्रवीण बागड़ी, हारमोनियम पर ही नागिन धुन सौम्य जैन, प्रोफेसर महेंद्र सिंह ढाका ने हारमोनियम पर श्री राधे गोविंदा भजन की प्रस्तुति से खूब नचाया।
हरमेश जैन और अंबालाल साहू ने कराओके सिंगिंग प्रस्तुत की। संस्थान निदेशक विवेक अग्रवाल ने बताया कि इस समारोह में विभिन्न संस्कृति से ओत-प्रोत नृत्य प्रस्तुत किए गए जिसमें गुजराती डांस मोनिशा अग्रवाल वेस्टर्न डांस यशस्श्री अग्रवाल और तोशी अग्रवाल राजस्थानी डांस निकिता एंड निकिता अग्रवाल ने प्रस्तुत किया। अर्बुदा वरिष्ठ नागरिक क्लब के नारायण सालवी चंद्र प्रकाश गंधर्व वीनू वैष्णव, श्रीमती मंजू गर्ग ने अपनी सुरीली गायकी से खूब दाद पाई। आयोजन में संस्थान के संगीत विद्यार्थियों विनोद शारदा ने वायलिन पर दिल ने पुकारा आजा, दृष्टि भट्ट ने सितार पर धुन अराध्या वैष्णव ने हारमोनियम पर होठो से छू लो तुम वंशिका कुमावत ने राग यमन में छोटा ख्याल और सरगम गीत, रोहित कुमार शर्मा ने हारमोनियम पर राग केदार, हरमेश जैन ने हारमोनियम पर राग हमीर मनाली पुरबिया ने राग भीमपलासी की प्रस्तुति से उपस्थित सभी दर्शकों और श्रोताओं को आकर्षित किया। संस्थान की छात्रा अवनि तिवारी और प्रवीण बागड़ी ने बंगाली गीत छात्र तमन्ना गोयल ने राजस्थानी गीत कुंणजी खुदाया कुआ बावड़ी व प्रवीण बागड़ी ने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की शौर्य गाथा प्रस्तुत की। समारोह में 100 से अधिक लोगों ने शिरकत की। इस अवसर पर संगीत मार्गदर्शन अक्षय अग्रवाल, सुव्रत अग्रवाल, संरक्षक सुरेश चंद्र अग्रवाल हरियाली रेस्टोरेंट के महेंद्र कुमार अग्रवाल, श्रीमती रेखा अग्रवाल, श्री राम मानस मंडल के रवि पालीवाल, विजय गर्ग और समस्त छात्र-छात्राओं सहित अभिभावक गण उपस्थित थे।
कार्यक्रम में अर्बुदा कला मंदिर संगीत प्रशिक्षण संस्थान की ओर से इस आयोजन में हिस्सा लेने वाले सभी प्रतियोगियों, प्रतिभागियों और विशेष प्रस्तुति देने वाले छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रतीक चिन्ह और पुरस्कार भेंट कर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ओम कुमावत ने अपने संबोधन में शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुतियों को खूब सराहा और संस्थान के कार्यों की प्रशंसा की। समस्त कार्यक्रम का संचालन इतिहास विषय की वरिष्ठ सेवानिवृत्ति अध्यापिका नूतन वेदी और विवेक अग्रवाल ने किया। अंत में सभी का आभार संस्थान के प्रधानाचार्य शास्त्रीय गायक महेंद्र कुमार वर्मा ने ज्ञापित किया।