उदयपुर जिला प्रशासन, पुलिस एवं गायत्री सेवा संस्थान द्वारा बचपन बचाने के लिए की जा रही सयुक्त कार्यवाही, अब तक 10 मुकदमे दर्ज
बालश्रम करवाने वालो के ख़िलाफ़ होगी सख़्त कार्यवाही- डॉ. पण्ड्या
उदयपुर, 12 जून। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, भारत सरकार के निर्देशानुसार पूरे राष्ट्र में जून माह में बाल श्रमिकों के रेस्क्यू एवम् बालश्रम करवाने वालो के ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही हेतु अभियान संचालित किया जा रहा है स इस दिशा में उदयपुर ज़िला प्रशासन, पुलिस विभाग, गायत्री सेवा संस्थान एवं विभिन्न एजेंसियों द्वारा किया जा रहा प्रयास सराहनीय है स निश्चित ही सरकार के साथ स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी इस अभियान को सफल बनाएगी स उक्त विचार राजस्थान बाल आयोग, राजस्थान सरकार के पूर्व सदस्य एवम् अभियान के समन्वयक डॉ. शैलेंद्र पण्ड्या ने आज अंतर्राष्ट्रीय बालश्रम निषेध दिवस पर जिले में विगत 01 जून से संचालित बाल श्रम रेस्क्यू अभियान के 12 दिवस शहर के विभिन्न पुलिस थाना क्षेत्र से बाल श्रमिको के रेस्क्यू के के दौरान व्यक्त किए स
इस अवसर पर गायत्री सेवा संस्थान के उदयपुर ज़िला समन्वयक नितिन पालीवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में विभिन्न प्रतिष्ठानों जेसे होटल ,ढ़ाबो,किराना,ऑटो गेराज ,जूस-आइसक्रीम की दुकानों पर कार्य करते हुए 25 से ज्यादा बच्चो को जो की गंभीर स्तिथि में पाए गए उन्हें रेस्क्यू कर जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कर पुनर्वास हेतु बाल गृह में दाखिल करवाते हुए जिला बाल संरक्षण इकाई, उदयपुर के निर्देशन में 17 नियोक्ताओ में विर्रुध 10 मुक़दमे दर्ज करवाए जा चुके है स
बाल कल्याण समिति उदयपुर की कार्यकारी अध्यक्ष यशोदा पणीया ने आमजन से अपील की बचपन बचाने की इस मुहिम में वे भी सहयोगी बने एवम् जहाँ बालश्रम करवाया जाता हो उसकी सूचना पुलिस या चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 पर दे स
आज अंतर्राष्ट्रीय बालश्रम निषेध दिवस के उपलक्ष्य में जिला कलेक्टर सभागार में आयोजित जिला बाल संरक्षण इकाई की बैठक में गायत्री सेवा संस्थान द्वारा निर्मित बालश्रम मुक्त उदयपुर अभियान के पोस्टर का विमोचन भी किया गया, साथ ही कल से जिन प्रतिष्ठानों में बाल श्रम नहीं करवाता पाया गया उन्हें सम्मानित करने का भी नवाचार किया जाएगा स