उदयपुर। डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी परिषद द्वारा आरसीए सभागार में डेयरी एवं खाद्य उद्योग में उद्यमिता विकास एवं स्टार्ट-अप के अवसर विषयक अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूर्व विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष डॉ करुण चंडालिया ने बताया की डेयरी एवं खाद्य के विद्यार्थियों में उद्यमिता का विकास करने के प्रयोजन से इस विश्व स्तरीय सेमिनार का आयोजन किया गया ।
महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ.लोकेश गुप्ता ने बताया कि यह महाविद्यालय राजस्थान का सबसे पुराना डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय है और डेयरी एवं खाद्य के उच्च तकनीकतंत्री 1982 से तैयार कर देश सेवा में अपना योगदान दे रहा है। इस महाविद्यालय के पूर्व छात्र आज डेयरी एवं खाद्य क्षेत्र के सिरमौर उद्यमों में उच्च पदों पर आसीन है और छात्रों को आज अधिकारियो रूपांतरित देखकर महाविद्यालय गौरवान्वित है।
महाविद्यालय स्थापना से ही विद्यार्थियों के साथ कृषको, युवाओ और महिलाओ को प्रशिक्षण प्रदान कर तकनीकी कौशल वर्धन कर रहा है। यही वजह है कि सरकार इस महाविद्यालय को विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए सदैव अपनी प्राथमिकता देती रही है। 2023-24 में भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मंझले उद्यम मंत्रालय ने डेयरी एवं खाद्य महाविद्यालय में कार्यरत अनुभवात्मक प्रशिक्षण इकाइयों एवम् तकनीकी रूप से पूर्ण सक्षम प्राध्यापको एवं प्रशिक्षको के उद्यम और उद्यमिता के सर्वांगीण विकास के लिये निष्ठापूर्ण कौशल से प्रभावित होकर महाविद्यालय को उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम आयोजित करने हेतु 50 लाख रुपये प्रदान किये थे ।
विषय विशेषज्ञ के तौर पर जपेश जयदेवन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी होको आईस एण्ड क्रीम ने आइसक्रीम उद्योग की सम्भावनाओ और चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा की तो डॉ विजय सरदाना ने स्टार्ट-अप से सम्बन्धित विभिन्न समस्याओं और उनके समाधानों को विद्यार्थियों के साथ साझा किया । इसी तरह ए.के त्रिपाठी ने भी नई तकनीकों के समावेश के बारे में चर्चा की और ज्ञान पिपासु विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को शांत किया ।
मुख्य अतिथि एमपीयुएटी के कुलपति डॉ.अजीत कुमार कर्नाटक ने कहा कि यह बहुत ही हर्ष का विषय है कि डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के पूर्व छात्र परिषद् के सदस्य जो की देश विदेश के सिरमौर उद्यमों में विभिन्न स्तरों पर अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहे है और आज उन्ही के द्वारा उद्यमिता विकास और स्टार्ट-अप के अवसर पर विश्व स्तरीय सेमिनार का आयोजन किया जाना डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय की गौरवशाली परम्परा का एक उत्कृष्ट उदहारण है।
पूर्व विद्यार्थी परिषद के सचिव निर्भय गोयल ने मंचासीन अतिथियों और विषय विशेषज्ञों को धन्यवाद ज्ञापित किया । अपने व्यस्त कार्यक्रमों से समय निकाल कर इस कार्यक्रम में शिरकत करने वाले 400 से अधिक पूर्व विद्यार्थी के प्रति अपनी ख़ुशी व्यक्त करते हुए उन्होंने वर्तमान विद्यार्थियों से भी इस गौरवशाली परम्परा का अनवरत निर्वाह करने का आह्वान किया ।