11 हजार कावड़ियों ने किया उभयेश्वर महादेव का अभिषेक, कावड़ कम पडने से कावडिये हुए निराश
7 पवित्र नदियों के जल से किया महादेव का अभिषेक, कावड यात्रा में महिलाओं की रही अधिक भागीदारी
उदयपुर 09 अगस्त / देश में सुख शांति एवं अच्छी वर्षा की कामना को लेकर शिव महोत्सव समिति की ओर से 51 कार्यकर्ताओं के साथ 2006 में मेवाड़ में पहली बार शुरू की गई कावड यात्रा ने आज अपना विराट स्वरूप ले लिया है। समिति की ओर से शुक्रवार को 19वीं कावड़ यात्रा निकाली गई। भारी पुलिस जाब्ते के बीच हजारों की संख्यॉ में महिला, पुरूष ने 5000 वर्ष पुराने गंगा के चौथे पाये गंगु कुंड से पानी भर शहर के विभिन्न मार्गाे से होती 21 किलोमीटर पैदल चल उभयेश्वर महादेव मंदिर पहुंची जहॉ 11 हजार से अधिक कावड़ियों ने व महादेव के भक्तों ने महादेव का अभिषेक किया। अभिषेक के समय कावड़ोें को लम्बा इंतजार करना पड़ा। कावड़ यात्रा में महिलाओं की भागीदारी अधिक रही। अध्यक्ष यज्ञ नारायण शर्मा ने बताया कि यात्रा का शुभारंभ तांबे के कलश में भरे सात नदियों के पवित्र जल की मुख्य अतिथि नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़, शहर विधायक ताराचंद जैन, जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, देहात अध्यक्ष चन्द्रगुप्त सिंह चौहान, पूर्व अध्यक्ष दिनेश भटट्, भंवर सिंह पंवार, प्रेम सिंह शक्तावत, नरेन्द्र मीणा, कमलेन्द्र सिंह पंवार, तख्तसिंह, मनोहर चौधरी, महेश भावसार, रामकृपा शर्मा, जगत, आकाश बागरेचा, एडवोकेट मनीष शर्मा, देवीलाल गुर्जर, देवी सिंह सिसोदिया, घनश्याम सिंह सोलंकी, सुरेश रावत, डॉ. ओम साहू, पुरूषोतम पारासर ने विधि विधान से पूजा अर्चना कर शुभ मुहूर्त मंे कावड़ यात्रा को रवाना की। पूरे रास्ते कावड़ियें महादेव के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। पूरे रास्ते कावड़ यात्रा का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। रास्ते सामाजिक एवं राजनीति संगठनों ने स्वागत द्वार लगा स्वागत किया। पहला कावड़िया 10.45 बजे पहुंच महादेव का जलाभिषेक किया। सायं 04 बजे तक कावड़िये आते रहे। शोभागपुरा मित्र मंडल के सदस्यों ने 51 किलो जल की कावड़ ले पूरे रास्ते बारी बारी से लेते हुए चल रहे थे।
21 विद्वान पंडितों द्वारा हुआ महारूद्राभिषेक
यज्ञ नारायण शर्मा ने बताया कि उभयेश्वर मंदिर में 21 विद्वान पंडितों द्वारा महारूद्राभिषेक किया गया जिसमें समाजसेवी वरदी चंद चौधरी के सानिध्य में जजमानों ने जोडों के साथ अभिषेक में भाग लिया।
पूरे रास्ते पवित्र जल का किया पूजन
कावड़ यात्रा में खुली जीप के आगे तांबे के बडे कलश में गंगोत्री, जमनोत्री, माना बोर्डर, सरस्वती, कैलाश मानसरोवर, भागीरथ नदी, मंदाकिनी के जल को भरकर रखा गया जिसका पुरे रास्ते भक्तों द्वारा पूजा अर्चना की।
भारी पुलिस जाब्ते के बीच निकली कावड यात्रा
किसी प्रकार कोई अनहोनी न हो इसके लिए प्रशासन पुरी तरह मुस्तेदी के साथ कावड़ यात्रा में लगा रहा। यात्रा के आगे पुलिस गाड़ी, व उसके पीछे मोटर बाईक महिला पुलिसकर्मी, उसके पीछे पुलिस पैदल कावडियों के साथ चल रही थी। कावड यात्रा के आगे व पिछे पुलिस का जाब्ता पैदल चल रहा था।
मिडिया प्रभारी कृष्णकांत कुमावत ने बताया कि कावडिय़े सुबह 06 बजे से ही अपने अपनेवाहनो से गंगु कुण्ड परिसर में आना शुरू हो गये थे जहॉ गंगु विकास समिति के अध्यक्ष महेश भावसार व उनके कार्यकर्ताओं ने कावड़ियो के लिए चाय व नाश्ते की व्यवस्था की गई। यात्रा प्रारंभ होने के बाद भी कावड़ियों के आने का क्रम जारी था।
यात्रा संयोजक रामकृपा शर्मा ने बताया कि इस बार 11 हजार कावड तैयार की गई थी लेकिन वे भी इस बार कम पड गई और कई कावडिये जो लैट आये उन्हे निराशा हुई। लेट आये कावड़ियों को प्लास्टिक की थेली में पवित्र जल को दिया और महोदव मंदिर में लोटे की व्यवस्था की गई। यात्रा के आगे दो पहिया वाहनों में उभयेश्वर सत्संग मंडल व महादेव धर्माेत्सव समिति अध्यक्ष मान सिंह हाडा की टीम ने पूरी यात्रा की कमान संभाल रहे थे। पूरे रास्ते कावडियें उत्साह के साथ नाचते गाते चल रहे थे। पूरे रास्ते वाहनो की जाम की स्थिति रही। रास्ते में कावड़ियों का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया एवं उनके स्वागत में गेट लगाये गये। रास्ते में विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनो द्वारा कावड़ियों के लिए पानी, बिस्कीट, कुल्फी, आईसक्रीम, नीम्बू पानी, फु्रट की व्यवस्था की गइर्, इस व्यवस्था में गांव वाले भी पिछे नही रहे और कावडियों की बहुत सेवा की। कावडिये 21 किलोमीटर का सफर तय कर उभयेश्वर महादेव पहंुंचे जहा महादेव का पवित्र जल से अभिषेक किया। उभयेश्वर सत्संग मंडल की ओर से भक्तो के लिए भजन संध्यॉ का संध्या का भी आयोजन किया गया। पुरी यात्रा को समिति के मान सिंह हाडा, नरेश वैष्णव, ललित कुमावत, पुरूषोतम पारासर, नवीन व्यास, गोपाल कृष्ण रावल, सुमित सेठ, भूपेश रावल, अक्षय दत्तव् यास, वैदांत औदिच्य, संतोष शर्मा, पुष्कर लाल दवे, नितिश कुमावत, नरेन्द्र रावत ने व्यवस्था संभाल रखी।
भव्य भजन संध्या का हुआ आयोजन-उभयेश्वर मंदिर परिसर में उभयेश्वर सत्संग मंडल की ओर से मातारानी की झांकियो के साथ माता के भजन गये साथ ही सात दिवसीय समारोह में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कार्यकर्ताओं का मंडल की ओर से अध्यक्ष देवी सिंह ने सभी का उपरणा, स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
भण्डारे का हुआ आयोजनरू-उदयपुर से उभयेश्वर तक की निकलने वाली कावड यात्रा के कावडिये एवं मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया जिसमें 20 हजार से अधिक भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।
पहाडों में गुंजे बाबा के जयकारे
समिति अध्यक्ष यज्ञ नारायण शर्मा ने बताया कि कावड़ यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं शहर के महिला, पुरूष एवं बच्चों ने उत्साह के साथ पूरे रास्ते बाबा के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे।
प्रवक्ता कृष्णकांत कुमावत ने बताया कि कावड़ यात्रा प्रातः 8.30़ बजे गंगुकुंड से रवाना होकर आयड़, अशोक नगर, शक्ति नगर, देहलीगेट, तीज का चौक, मंडी की नाल, मोचीवाडा, घंटाघर, जगदीश चौक, गडिया देवरा, चांदपोल, ब्रहमपोल, दुधिया गणेशजी, रामपुरा, गोरेल्ला, मोरवानिया होतेहुए 21 किलोमीटर का सफर तय कर उभयेश्वर महादेव पहुंची जहॉ कावडियों ने पवित्र जल से महादेव का अभिषेक किया। इसके बाद 7 नदियो के जल गंगोत्री, जमनोत्री, मानाबोर्डर, सरस्वती, कैलाश मानसरोवर, भागीरथ नदी, मंदाकिनी के जल से महादेव का अभिषेक कर उनका शुद्धिकरण किया गया।
इन्होने किया स्वागत
सात दिवसीय कार्यक्रम संयोजक रामकृपा शर्मा ने बताया कि पूरे रास्ते आयड हिन्दू संगठन, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल मेवाड, कमल टेंट हाउस, उदयपुर केटरिंग डिलर्स, श्रीराम बजरंग सेना, पीकोक इंडस्ट्रीज, विश्वकर्मा सुथार समाज, वाल्मिकी समाज, श्रीकृष्णा डेयरी, विप्र फाउण्डेशन युवा प्रकोष्ठ, सिंधी समाज, भारतीय जनता पार्टी शहर एवं देहात, विप्र सेना, मोची समाज, सर्राफा एसोसिएशन, चांदपोल व्यापार संघ, धर्माेत्सव समिति, जाडा गणेश व्यापार संघ, साहू समाज, इंडियन ग्रूप मल्लातालाई, नाकोडा टेंट, दुधिया गणेश व्यापार मंडल, मनीष टेंट, हिन्दू मित्र संगठन, डाकोत समाज, प्रतिबद्ध संस्था के पार्षद गिरिश भारती, कन्हैया फिलिंग स्टेशन, कुमावत समाज, रामपुरा व्यापार मंडल, देविका इंटरप्राईजेज, देवनारायण कैटर्स सहित शहर के सामाजिक संगठनों द्वारा कावड यात्रा का स्वागत एवं कावड़ियों के लिए पानी, फ्रुट, दूध, मिल्क रोज, फ्रुटी, केला, शर्बत, चाय, सेगारी नाश्ते की व्यवस्था की गई। यात्रा के दौरान निजी बस एवं एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की गई।