ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का साढे तीन वर्ष में भी उत्तर नहीं..!
उदयपुर, 7अगस्त। उदयपुर के आसपास पहाडियों की कटाई कर आवासीय व व्यावसायिक निर्माण के विषय में अधिकारी गोलमोल उत्तर देकर विधानसभा को भी गुमराह कर चुके है, वहीं मावली के विधायक धर्मनारायण जोशी द्वारा इस सम्बन्ध में 24 फरवरी 2021 को दर्ज कराये गये ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का उत्तर साढे तीन वर्ष बाद आज तक भी प्राप्त नहीं हुआ है।
पन्द्रहवीं विधानसभा में मावली के तत्कालीन मावली विधायक धर्मनारायण जोशी ने छठें सत्र में प्रश्न संख्या 216 में पूछा था कि क्या यह सही है कि उदयपुर में अम्बेरी से पिंडवाड़ा के मध्य व अम्बेरी से कामलीघाट चौराये के मध्य बडे पैमाने पर पहाडियों की कटाई कर आवासीय व व्यावसायिक निर्माण किये जा रहे है। यदि हां, तो इनमें से विभाग ने किन – किनको अनुमति या अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया है ? अवैध पहाड़ कटाई/खनन के कितने प्रकरणों में विभाग ने अब तक क्या कार्यवाही की है? उत्तर में सरकार ने बताया कि उपखंड कार्यालय बडगांव, गोगुंदा व कोटडा द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट व प्रमाण पत्र के अनुसार उदयपुर में अम्बेरी से पिण्डवाडा के मध्य व अम्बेरी से कामलीघाट चौराहे के मध्य बडे पैमाने पर पहाडियों की कटाई कर आवासीय व व्यावसायिक निर्माण नहीं किये जा रहे है। उक्त क्षेत्र में पहाडियों पर किसी भी प्रकार की निर्माण स्वीकृति जारी नहीं की गई है। उत्तर में यह भी बताया गया कि चीरवा में पहाडी की अवैध कटाई कर मिट्टी के अन्यत्र उपयोग के एक प्रकरण पर आठ जुलाई 2019 को एक लाख पन्द्रह हजार रुपये की वसूली की गयी। इस सम्बन्ध में जोशी ने प्रश्न के अलावा 24 फरवरी 2021 को ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी दर्ज कराया, लेकिन उसका आज तक भी उत्तर नहीं मिला है।
पूर्व विधायक जोशी ने कहा कि विभागीय अधिकारियों ने भ्रामक उत्तर देकर विधानसभा को गुमराह करते हुए पहाडियों की कटाई करने वालों का परोक्ष बचाव किया, जो अक्षम्य है। उन्होनें ऐसे कार्मिकों के खिलाफ कडी कार्यवाही की मांग की है
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September 8, 2024