उदयपुर। सेक्टर 4 श्री संघ में विराजित श्रमण संघीय जैन दिवाकरिया महासाध्वी डॉ श्री संयमलता, साध्वी डॉ श्री अमितप्रज्ञा, साध्वी श्री कमलप्रज्ञा, साध्वी श्री सौरभप्रज्ञा आदि ठाणा 4 के सानिध्य में भक्तामर स्तोत्र के 21वें श्लोक का महामंगलकारी अनुष्ठान का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर आयोजित धर्म सभा को संबोधित करते हुए महासती संयमलता ने कहा कि हमारा जीवन द्वंद्वात्मक है। संभवतः कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है जिसके जीवन में द्वंद्व ना हो, समस्याएं ना आए। तनाव वर्तमान जीवन की सबसे बड़ी समस्या है। मंत्रों का जाप इन सारी समस्याओं और तनाव से मुक्त रखता है। महासती जी ने आगे कहा मंत्र आध्यात्मिक जागरण में भी बहुत सहयोगी बनते हैं। इनका उपयोग केवल विघ्न निवारण के लिए ही नहीं, आध्यात्मिक चेतना के जागरण के लिए भी किया जा सकता है।
आज के अनुष्ठान का लाभ कमलेश, नमन सम्यक बोरदिया परिवार ने लिया। प्रतापगढ़ से संगीतकार दीपक करनपुरिया ने सुमधुर आवाज़ में गीतिका प्रस्तुत की। शुक्रवार को भगवान पार्श्वनाथ मां पद्मावती के एकासन का आयोजन किया जाएगा। 8 नवम्बर तक चलने वाले एकासन आयोजन में प्रतिभागी को कम से कम 16 एकासन करने अनिवार्य होंगे।
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September 12, 2024