उदयपुर, 23 जुलाई। स्वामी तत्त्वबोध सरस्वती आर्य जगत् के भामाशाह हैं। साथ ही वे दानदाताओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी हैं।
ये विचार श्रीमद् दयानन्द सत्यार्थ प्रकाश न्यास के अध्यक्ष अशोक आर्य ने व्यक्त किए। वे नवलखा महल स्थित श्रीमद् दयानन्द सत्यार्थ प्रकाष न्यास के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी तत्त्वबोध जी सरस्वती की पुण्य तिथि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित श्रोताओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि स्वामी तत्त्वबोध सरस्वती (पूर्व नाम श्री हनुमान प्रसाद चौधरी) जो कि संन्यास लेने से पूर्व प्रसिद्ध उद्योगपति थे तथा जाने माने भूवैज्ञानिक थे। उन्होंने वोलेस्टोनाइट खनिज की राजस्थान में खोज की। नवलखा महल जो कि पूर्व में महाराणा सज्जन सिंह जी का अतिथिगृह था उनके निमंत्रण पर महर्षि दयानन्द सरस्वती ने यहां प्रवास किया और यहीं पर सत्यार्थ प्रकाश का प्रणयन संपूर्ण किया था। आर्य समाज को प्राप्त होने से पूर्व यहां राजस्थान सरकार के आबकारी विभाग का गोदाम था। यह भवन आर्य समाज को पूर्णरूपेण जीर्ण-शीर्ण अवस्था में प्राप्त हुआ जिसके जीर्णाद्धार के लिए स्वामी तत्त्वबोध सरस्वती ने 1993 में लगभग एक करोड़ रुपये से अधिक का दान दिया था। उनकी दानशीलता को हम नमन करते हैं और हमें उनके कार्यों से प्रेरणा प्राप्त करनी चाहिए।
इस अवसर पर श्रीमद् दयानन्द सत्यार्थ प्रकाश न्यास के मंत्री भवानी दास आर्य ने बताया कि स्वामी तत्त्वबोध जी सरस्वती ने गरीबों की सेवा की अतिरिक्त देश के स्वतन्त्रता आन्दोलन में भी महती भूमिका निभाई और उन्हें स्वतंत्रता आन्दोलन के लिए जेल भी जाना पड़ा वे स्वतंत्रता सैनानी भी थे।
न्यास के संयुक्त मंत्री डॉ. अमृतलाल तापड़िया ने बताया कि स्वामी तत्त्वबोध सरस्वती ने उदयपुर शहर के श्मशानों के उद्धार के लिए भी काफी कार्य करवाये साथ ही उन्होंने नवलखा महल एवं निम्बार्क शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय,उदयपुर में भव्य यज्ञशालाओं का भी निर्माण करवाया। हमें स्वामी जी द्वारा किए गए कार्यों का अनुसरण करना चाहिए। इस अवसर पर आर्य समाज पिछोली के प्रधान प्रकाश श्रीमाली एवं आर्य समाज हिरणमगरी के पुरोहित श्री इन्द्रप्रकाश यादव ने भी स्वामी तत्त्वबोध सरस्वती के संस्मरणों को प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर नवलखा महल सांस्कृतिक केन्द्र की युवा शाखा की प्रमुख एडवोकेट श्रीमती ऋचा पीयूष ने बताया कि स्वामी तत्त्वबोध सरस्वती ने पर्यावरण को स्वच्छ रखने हेतु भी कई कार्य करवायें। खनन क्षेत्र तथा प्रमुखों मार्गां पर उन्होंने वृक्षारोपण करवाये। उनके इस कार्य से प्रेरित होकर आज उनकी पुण्य तिथि पर श्रीमद् दयानन्द सत्यार्थ प्रकाष न्यास के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने गुलाब बाग में वृक्षारोपण किया।
कार्यक्रम का प्रारम्भ श्री इन्द्र प्रकाश यादव व श्री नवनीत आर्य के पुरोहित्य में यज्ञ से हुआ।
कार्यक्रम में आर्य समाज हिरणमगरी के पदाधिकारी श्रीमती सरला गुप्ता ने भी अपने विचार रखें। इस अवसर पर न्यास के जन संपर्क सचिव विनोद कुमार राठौड़, कार्यालय मंत्री भंवर लाल गर्ग, संजय शांडिल्य नवलखा महल सांस्कृतिक केन्द्र युवा शाखा के पदाधिकारी रवीन्द्र राठौड़, सुकृत मेहरा, श्रीमती भाग्यश्री, न्यास के पुरोहित नवनीत आर्य, श्रीमती दुर्गा गोरमात, लोकेश, देवी लाल, लक्ष्मण एवं उदयपुर के आर्य समाज के कार्यकर्ता मौजूद थे। कार्यक्रम का संयोजन संजय शांडिल्य ने किया एवं श्रीमती भाग्यश्री ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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