एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की कार्रवाई
अवैध मादक पदार्थ की तस्करी में ₹25 हजार का है इनामी, 5 साल से काट रहा था फरारी
जयपुर, 23 जुलाई। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने उदयपुर जिले में वांछित इनामी अभियुक्त रतनलाल बंजारा पुत्र चन्द्रा बंजारा निवासी धोलादाता जावरिया थाना साडास (जिला चित्तौड़गढ़) को भीलवाड़ा के हमीरगढ़ थाना क्षेत्र में बरडोद चौराहे से दस्तयाब करने में सफलता हासिल की है। आरोपी की गिरफ्तारी पर उदयपुर एसपी द्वारा ₹25 हजार का इनाम घोषित है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स एवं अपराध श्री दिनेश एमएन ने बताया कि उपमहानिरीक्षक पुलिस श्री योगेश यादव एवं एजीटीएफ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विद्या प्रकाश के सुपरविजन एवं इंस्पेक्टर श्री राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में गठित की गई टीम के सदस्य कांस्टेबल गोपाल धाबाई व विजय सिंह की सूचना पर टीम ने हमीरगढ़ थाना इलाके में घेराबंदी कर 5 साल से फरार चल रहे ₹25000 के इनामी रतन लाल बंजारा को पकड़ लिया।
यह है मामला
17 अक्टूबर 2019 को एटीएस यूनिट उदयपुर एवं थाना सूरजपोल पुलिस ने रोडवेज बस स्टैंड की पीछे 100 फीट रोड पर खड़े आरोपी विक्रम कुमार गाडरी निवासी थाना गंगरार चितौड़गढ़ को 5 किलो 360 ग्राम अफीम सहित गिरफ्तार किया था। जिसने पूछताछ में आरोपी रतनलाल बंजारा से अफीम खरीद कर कालू जाट निवासी जरखाना थाना बड़ी सादड़ी चित्तौड़गढ़ को देने जाना बताया। कालूराम ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। घटना के बाद से ही आरोपी रतनलाल फरार चल रहा था।
7-8 महीने से पीछे पड़ी थी एजीटीएफ
पिछले 7-8 महीने से एजीटीएफ इसके पीछे पड़ी थी। लेकिन आरोपी अपने पास मोबाइल नहीं रखता है। इस वजह से इसे तलाशना कठिन हो रहा था। 6 महीने पहले प्राप्त आसूचना पर एजीटीएफ टीम निजी कार व बाइक से इसके गांव पहुंची। पुलिस को दिखते ही डेरो में रह रहे महिला पुरूष इकट्ठा होने लगे। टीम को भ्रमित करने आरोपी और इसके साथी अलग-अलग बाइक पर अलग-अलग दिशाओं में भागने लगे। बाइक से पीछा कर रहे टीम सदस्य कांस्टेबल गोपाल धाबाई व भूपेंद्र शर्मा इसी गफलत में बाइक स्लिप होने के कारण गिर गए और चोटिल हो गये। आरोपी भी अंधेरे और उबर खाबड रास्तों का सहारा लेकर फरार हो गया।
पहली बार पकड़ा गया है आरोपी
आरोपी काफी शातिर प्रवृत्ति का है। पहली बार इसके विरुद्ध साल 2019 में उदयपुर जिले के थाना सूरजपोल में एनडीपीएस का मुकदमा दर्ज हुआ, जबकि प्रारंभिक पूछताछ में इसने उससे पहले पंजाब, हरियाणा व राजस्थान में अफीम, स्मैक एवं डोडा चूरा इत्यादि मादक पदार्थ बेचने का कार्य करना बताया।
पांच सालों में 5 से ज्यादा राज्यों में काटी फरारी
पहली बार किसी मुकदमे में नाम आने पर आरोपी फरार हो गया और अपने घर परिवार और जानकर लोगों से रिश्ता तोड़ लिया। आरोपी ने बताया कि उसने मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर, मणिपुर, केरल आदि राज्यों में रहकर कंबल बेच एवं अन्य छोटे-मोटे काम कर फरारी काटी है। आरोपी को हमीरगढ़ थाने की निगरानी में रख सूरजपोल पुलिस को सूचना दे दी गई है।
पुलिस निरीक्षक राम सिंह नाथावत के कुशल नेतृत्व में गठित की गई टीम के सदस्य कांस्टेबल गोपाल धाबाई व विजय सिंह की संपूर्ण कार्यवाही में महत्वपूर्ण भूमिका रही। टीम में कांस्टेबल रामनिवास, भूपेंद्र शर्मा व ड्राइवर दिनेश कुमार एवं भीलवाड़ा जिले के थाना हमीरगढ़ थाने से कांस्टेबल इंद्रा राम शामिल था।