धर्म साधना व तप आराधना का इतिहास रचने की तैयारी
उदयपुर। इस बार चातुर्मास काल धर्म आराधना व जिनशासन भक्ति का नया इतिहास रचने की तैयारी में है। धर्म प्रभावना का नया इतिहास रचने के लिए श्रमण संघीय साध्वी डॉ संयमलता अपनी शिष्याओं साध्वी डॉ अमितप्रज्ञा, साध्वी कमलप्रज्ञा, साध्वी सौरभप्रज्ञा आदि ठाणा धर्म प्रभावना कर रहे है। उनके दर्शन लाभ पाने और धर्म संदेश श्रवण करने के लिए बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं पहुंच रहे है। चातुर्मास धर्म साधना और तप त्याग की दृष्टि से एतिहासिक बने इसके लिए सभी को प्रेरणा प्रदान की जा रही है। हर जगह साध्वी डॉ संयमलता श्रावक-श्राविकाओं को यहीं प्रेरणा प्रदान कर रही है कि चातुर्मास के रूप में अब जिनशासन के साथ जुड़ने का सुनहरा अवसर आया है। श्री वर्धमान स्थानवासी जैन श्रावक संस्थान व चातुर्मास समिति सेक्टर चार के तत्वावधान में आयोजित प्रवचन प्रतिदिन सुबह ९ बजे से होगा ।
उदयपुर में पहली बार हो रहे साध्वी डॉ संयमलता के चातुर्मास को लेकर श्रावक-श्राविकाओं में उत्साह का माहौल है। प्रतिदिन देश के विभिन्न क्षेत्रों से भी श्रावकगण दर्शन व धर्मलाभ पाने के लिए उदयपुर पहुंच रहे है।आज शुक्रवार को महावीर भवन सेक्टर 4 में सूर्याेदय के साथ अखंड 12 घंटे की आराधना का होगा शुभारम्भ।चातुर्मास संयोजक ललित लोढ़ा, नरेंद्र चंडालिया, अरुण बया, अशोक चौहान, फूलचंद पोखरना, राजेश सामर,लोकेन्द्र बोहरा, हार्दिक चोरडिया एवं सम्पूर्ण श्री संघ चातुर्मास में होने वाली गतिविधियों को लेकर उत्साहित है।