1 हजार 500 स्वयंसेवक की 44 टीम बनाई, 1 माह में 1 करोड़ 55 लाख 70 हजार बीज का किया रोपण, 48 हजार पौधे ट्री गार्ड के साथ लगाए
नाथद्वारा (राजसमंद)। राजस्थान के प्रमुख उद्योगपति मिराज ग्रुप द्वारा पर्यावरण को बढाने के लिए गए संकल्प को पूरा करने के लिए स्वयंसेवकों की टीमों ने कार्य को गति प्रदान करना शुरु कर दिया है। मिराज ग्रुप द्वारा नाथद्वारा से उदयपुर तक और आसपास क्षेत्रों में 1 करोड़ पौधों का रोपण करने के लिए अभियान चलाया गया है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए 1 हजार 500 से अधिक स्वयं सेवकों की 44 टीमें बनाई गई है। स्वयंसेवकों द्वारा छायादार, औषधी और फलदार पौधे 25 से अधिक प्रजाति के लगाए जा रहे है और बीज एकत्रित कर बीजा रोपण किया जा रहा है।
मिराज ग्रुप के सीएमडी और पर्यावरणप्रेमी मदन पालीवाल ने बताया कि क्षेत्र की उजडी हुई पहाडियों को देख इन पहाड़ों को पुनः हराभरा देखने का मन में सपना था। इसे लेकर मन में विचार आते कि अरावली की पहाडियों के हालात को कैसे सुधारा जा सके। मन में संकल्प लिया 1 करोड़ पौधे लगाने का, लेकिन लक्ष्य बड़ा। लक्ष्य को पूरा करने के लिए धीरे-धीरे स्वयंसेवकों को जोड़ने का प्रयास शुरु किया। अब 1 महिने में ही 1 हजार 500 से अधिक स्वयं सेवक जूडकर क्षेत्र में बीज और पौधे लगाने और संरक्षण करने का कार्य रहे है।
विदेश की धरती से मुरारी बापू ने पौधारोपण का संकल्प दोहराया,
मदन भैया ने कहा बापू 5 करोड़ बीज और पौधेरोपने है
नाॅर्वे में 6 जुलाई शनिवार से आयोजित 939वी मानस मंत्र अष्टक रामकथा के पहले दिन संत मुरारी बापू ने मदन भैया द्वारा किए जा रहे बीजारोपण और पौधारोपण के कार्य की प्रशंसा की। बापू ने कहा कि 100 करोड़ लोग एक-एक पौधा रौपे तो देश में 100 करोड पेड़ लगाए जा सकते है। यह कार्य देश में कई जगह शुरू भी हो चुका है। कथा पांडल में बैठे श्रोता मदन भाई का उदाहरण देते हुए कहा कि मै इसका नाम लेकर बोलू तो इसको अच्छा नहीं लगेगा । मदन भाई ने कहा कि बापू में 1 करोड़ पौधे लगा रहा हूं, 1 करोड़ तो खाली घोषणा है, लेकिन इसमें हम सब बोयेगे सब पनपेे या ना पने कुल मिलाकर 5 करोड़ बोना है और अधिक से अधिक का संरक्षण करना है। बापू ने कहा कि आप भी जहां जहा रहो पौधारोपण करिएगा। घर के आंगन में पौधे लगाए।
दुनिया की सबसे बडी आंध्र प्रदेश कीे नर्सरी से 12 फिट तक उंचाई के पौधे लाए
मिराज ग्रुप द्वारा लगाए जा रहे पौधे दुनिया की सबसे बडी नर्सरी से मंगवाए जा रहे है। पौधारोपण अभियान के प्रमुख ललीतसिंह चौहान ने बताया कि अभियान के तहत नाथद्वारा से उदयपुर तक, ओडन से खमनोर तक, स्कूलो, सरकारी भवन, अरावली की पहाडियों में पौधारोपण और बीजारोपण किया जा रहा है। बारिश के साथ पौधारोपण कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है।
आंधप्रदेश स्थित दुनिया की सबसे बडी नर्सरी से पौधे मंगवाए जा रहे है, जिनकी उंचाई 6 से 12 फिट तक आ रही है। 25 तरह के पौधे जिसमें छायादार, फलदार औषधी पौधे मंगवाए जा रहे है। स्कूलों में विशेष प्रकार के फलदार सहित विशेष किकर, बोर, ईमली के पौधे रोपे जा रहे है। अभियान में अभी तक 1 हजार 500 स्वयं सेवक जूड चुके है। स्वयं सेवकों की 44 टीमें 1 माह से प्रतिदिन अलग-अलग स्थानों पर जाकर पौधारोपण का कार्य कर रही है। 11 जून से 6 जुलाई तक 1 करोड़ 55 लाख 70 हजार 97 बीज का रोपण किया जा चुका है। साथ ही 48 हजार 822 पौधे ट्री गार्ड के साथ लगवा दिए गए है।
उदयपुर से नाथद्वारा तक सुखी अरावली की पहाडियों को हरा-भरा बनाने का संकल्प
उदयपुर से नाथद्वारा तक सुखी अरावली की पहाडियों को हरा-भरा बनाने के लिए स्वयं सेवकों की 44 टीमों को प्रतिदिन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्वयं सेवकों को प्रतिदिन अभियान के नियमानुसार निर्देश देकर टीमों को रवाना कर रहे है, साथ ही टीमों की जरूरतों का भी ध्यान रखा जा रहा है। स्वयं सेवकों की 44 टीमें 1 माह से प्रतिदिन अलग-अलग स्थानों पर जाकर सेवा कार्य कर रही है। पौधारोपण अभियान के प्रमुख ललीतसिंह चौहान, प्रमोद पालीवाल, ललीतसिंह, ग्वाल सतु गुर्जर, देवराजसिंह राठौड, नाथु गायरी, पुरणसिंह मोजावत, हरिसिंह मोजावत द्वारा प्रतिदिन प्रशिक्षण देकर रवाना किया जा रहा है।