हरे कृष्ण हरे राम से गूंजेगा आसमान
इस्कॉन नृत्यशैली से रोमांचित करेंगे ब्रह्मचारी वैष्णव
उदयपुर। अन्तर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ इस्कॉन की ओर से आयोजित श्री जगन्नाथ रथ यात्रा की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। इसके लिए शनिवार को सम्पूर्ण मन्दिर का गगांजल से प्रक्षालन कर मार्जन किया गया। इस्कॉन की प्रथम रथ यात्रा होने से न केवल भक्तो मे अपितु आसपास के क्षेत्रवासी दुकानदारो मे भी जबरदस्त उत्साह है। इसके लिए वृन्दावन पूने मुम्बई अहमदाबाद हनुमानगढ जयपुर चितोड बांसवाडा डूंगरपुर आदि स्थानो से सैकड़ो भक्त आ चुके है।प्रबंधक मायापुर वासी ने बताया कि आज मंगला के बाद शीघ्र भगवान जगन्नाथ जी बलभद्र जी बहन सुभद्रा जी को नई पोशाक धारण करा फूलमालाओ रत्नाभूषणो से श्रृंगार कर रथ मे सजाया जायेगा। जंहा भगवान अपने मूल विग्रह मे विराजमान हो भक्तो को साक्षात दर्शन देवेंगे। प्रातः 8रू15 पर हाथी घोडो ऊंट बैंड-बाजे आदि लवाजमे के साथ मृदंग झांझर मंजीरो की गगनघोष शंखनाद की ध्वनि से रथयात्रा प्रारम्भ होगी। इस्कॉन के 100 बच्चे विभिन्न झांकियो मे सजधज कर आगे चलेगें। सैकड़ो इस्कॉन माताऐ पारम्परिक पीले साडी वस्त्र पहनकर चलेगी 51 माताएं सिर पर कलश धारण कर शोभा बनायेगी। जो साँवरिया गार्डन, युनिवर्सिटी मैनगैट बोहरा गणेश जी चोराहा धूलकोट महासतिया आदि मार्गाे से होती हुई सवा 11 बजे मन्दिर पहुंचेगी। मायापुर वासी के अनुसार मार्ग में चोराहों पर पुणे से आये भक्त रंगोली सजायेंगे। भगवान का फूलों से स्वागत कर अगवानी आरती करने के लिए 11 स्वागत द्वार सज गये हैं। ठण्डा जल, छाछ मिल्करोज फल आदि के 21 काउण्टर सजाये हैं। जिनमे अनेक समाज सेवी बढचढ कर सेवा दे रहे हैं। सवा 10 बजे बोहरा गणेश चोराहे पर विशाल मंगल श्रृंगार आरती होगी। इससे पूर्व शनिवार को भगवान को और रथ को सजाने के लिए इस्कॉन माताएं फूलमालाओं बन्दनवार प्रसाद पैकेट बनाने मे जुटी रही। वैष्णव भक्त और माताएं 5008 तरह के हाथों से निर्मित विभिन्न व्यंजनो का छप्पन भोग धरायेंगे। वैष्णव भक्त पूरे मार्ग मे सभी को महाप्रसाद वितरण करेंगे। मार्ग छोटा एंव समय कम होने पर भी इस्कॉन के शुद्ध भक्त इस प्रथम रथ यात्रा को यादगार बनाने में जुट कर प्रशासन को हरसंभव सहयोग करने को दृढ़ संकल्प है।