कूडो में भारत सरकार ने खेल कोटा निर्धारित किया, मिलने लगी नौकरियां
राजस्थान में पीटीआई के भरोसे शिक्षा विभाग, एसोसिएशन ने केस किया
उदयपुर, 5 जुलाई। एस.आर.ए.एम.एमए एवं कूडो एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के संयुक्त तत्वाधान में कूडो के अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर का आगाज आज सेंसेई कॉम्बैट एरीना उदयपुर एवं कूडो राजस्थान के मुख्यालय पर प्रारम्भ हुआ। इसके अलावा इस दौरान शहर के 40 स्कूलों के लगभग 50 हजार बच्चों को आत्मरक्षा हेतु कडो का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। इस प्रशिक्षण शिविर में जापान के कूडो वर्ल्ड चेम्पियन तेरागुच्ची नोरोहिदे शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न स्कूलों में जाकर बच्चों को कूडो मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण देंगे।
एसआरए मिक्स मार्शल आर्ट के राजकुमार मेनारिया ने बताया कि जापान के कूडो वर्ल्ड चौम्पियन तेरागुच्ची नोरोहिदे उदयपुर में पहली बार आये हैं। कूडो आज के समय में न केवल प्रासंगिक है, बल्कि यह हर समय और हर पल उपयोगी भी है। यह उदयपुर का सौभाग्य है कि उदयपुर में विश्व चौम्पियन जैसी हस्ती आई हुई है। जो उदयपुर के बच्चों को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण के माध्यम से कूडो मार्शल आर्ट की बारीकियां सिखाएंगे।
उन्होंने बताया कि तीन दिनों में करीब 40 स्कूलों के 50 हजार बच्चों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कूडो मार्शल आर्ट सभी आर्ट का ऐसा मिश्रण हैं जिसमें हर खेल का संगम है। अगर जीवन में कूडो सीख लिया तो फिर किसी दूसरे आर्ट को सीखने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि उदयपुर में तीन दिवसीय कूडो का विश्व स्तरीय प्रशिक्षण देने का उद्देश्य यही है कि उदयपुर से भी ऐसे खिलाड़ी प्रशिक्षित होकर निकले तो राष्ट्रीय ही नहीं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर चेम्पियनशिप जीते और उदयपुर का नाम रोशन करें। चेम्पियनशिप जीतने के बाद इसमें रोजगार मिलना भी निश्चित होता है।
भारत के मुख्य प्रशिक्षक हांशी मेहुल वोरा ने बताया कि पहली बार उदयपुर में वर्ल्ड चेम्पियन उदयपुर में प्रशिक्षण देने आये हैं। उदयपुर से प्रशिक्षण की शुरूआत है। उदयपुर के बाद बीकानेर, जोधपुर और अलवर में भी इस तरह के प्रशिक्षण आयोजित होंगे। कूडो का यह प्रशिक्षण संस्थान भारत सरकार से मान्यता प्राप्त है। वर्ष 2023-24 में भारत में कुल दस खिलाड़ी नेशनल चौम्पियन बने। इन दस ही चेम्पियनों को विभिन्न क्षेत्रों में सरकार ने नौकरियां दी है।
वोरा ने सेल्फ डिफेंस फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसडीएफआई) पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें चल रहे गोरखधन्धे से खिलाडिय़ों का भविष्य भी खराब हो रहा है। एसडीएफआई खेलों में पीटीआई को रेफरी बनाया जाता है। जबकि पीटीआई को कूडों से कोई लेना- देना नहीं होता है। उनके रहते अगर किसी खिलाड़ी को कहीं गम्भीर चोट आ गई या खिलाडिय़ों के साथ खेलते समय कोई अनहोनी हो गई तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। जबकि पीटीआई को इस खेल का कोई अनुभव नहीं होता है। उन्होंने मांग की इन खेलों में रेफरी भी भारत सरकार से मान्यता प्राप्त कुडो संस्था का ही होना चाहिये। बच्चों के भविष्य के साथ न्याय हो इसके लिए हम लड़ रहे हैं और हमें विश्वास है कि अन्त में जीत हमारी ही होगी।
इस अवसर पर 10 वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले कूडो इंडिया के महासचिव सूरत के रेंशी विस्पी खराड़ी, अन्तर्राष्ट्रीय कूडो खिलाड़ी विपाश मेनारिया,महिला वर्ल्ड चेम्पियन राजनन्दिनी मेनारिया मौजूद थे।
आयोजन सचिव विपाश मेनारिया बताया कि ये अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर खिलाडियों की सुविधा को ध्यान में रखकर चार स्थानों उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर एवं अलवर (भिवाड़ी) पर आयोजित किये गये हैं जिससे राजस्थान के 25 अंतर्राष्ट्रीय खिलाडियों एवं 100 से अधिक राष्ट्रीय मेडल धारकों सहित 4000 से अधिक कूडो खिलाड़ियों को वर्ल्ड चेम्पियन के अनुभवी प्रशिक्षण का लाभ मिलेगा।
यह शिविर दो-दो घंटे के तीन सेशंस में यानी प्रतिदिन 6 घंटे कूडो के चार सेगमेंट में जूडो, जुजुत्सू, कराते, बॉक्सिंग, थाएॅ, बॉक्सिंग एवं क्रवमघा इत्यादि की श्रेष्ठ तकनीक को सम्मिलित कर प्रशिक्षण दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि उदयपुर ’शिविर में कूडो की चार प्रशिक्षण अकादमियों सहित डी.पी.एस उदयपुर, रेयॉन इंटरनेशनल स्कूल उदयपुर, विट्टी इंटरनेशनल उदयपुर रॉक वुड्स हाई स्कूल, एम.एम.पी.एस., सी. पी.एस स्कूल सहित 40 से अधिक स्कूलों एवं पांच विश्वविद्यालय के 500 से अधिक खिलाड़ी लाभान्वित होंगे। शिविर का समापन रविवार. 7 जुलाई 2024 को संपन्न होगा।