उदयपुर। श्री योग वेदांत सेवा समिति उदयपुर द्वारा साध्वी सुशीला बहन जी के सानिध्य आज झूलेलाल भवन, शक्ति नगर में सत्संग आयोजित किया गया। अपने सत्संग में सुशीला दीदी ने आज सत्र में उपयोगी प्रयोग कराए, जिससे एकाग्रता बढ़े, ईश्वर में प्रीति बढ़े। मंत्रों का सामूहिक जाप कराया।
दीदी ने सत्संग में बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार, आज एकादशी है। जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है। एकादशी करने वालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं। कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है। परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है।
एकादशी के दिन करने योग्य बाते, एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें। महीने में दो एकादशी आती है। एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए। सत्संग के दौरान सभी साधकों ने नाचते झूमते भजन कीर्तन का आनंद लिया। सभी ने सत्संग के अंत में प्रसादी का आनंद लिया।